*गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह एमजेके अस्पताल बस नाम का,,,और सुविधा नदारद, निजी खर्च कर करनी पड़ती है इलाज*

*गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह एमजेके अस्पताल बस नाम का,,,और सुविधा नदारद, निजी खर्च कर करनी पड़ती है इलाज*
न्यूज9 टाइम्स बेतिया से आशुतोष कुमार बरनवाल की ब्यूरो रिपोर्ट :-
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह महारानी जानकी कुँअर अस्पताल की दयनीय स्थिति से लगभग सभी लोग परिचित हैं, इस अस्पताल की वस्तुस्थिति पर लंबी चौड़ी कहानियाँ अधिकारी से लेकर प्रतिनिधि तक करते नहीं थकते हैं पर आश्चर्य होता हैं कि धरातल पर कोई सुधार नहीं होता।अधिकारी के बारे में कुछ कहना ही बेकार है अस्पताल में रात्रि के समय निजी कर्मचारियों का वर्चस्व रहता है। मंगलवार की रात्रि करीब दस बजे एक मीडिया कर्मी के पिताजी की स्वास्थ्य अचानक खराब हो गई। और जब मंगलवार की रात मे उस मिडिया कर्मी के पिता जी को बेतिया एम जे के अस्पताल के आपातकाल विभाग मे भर्ती किया गया।मौजूद डॉक्टरों द्वारा देखा गया और कुछ रिपोर्ट जाँच के लिए कहा गया पर अस्पताल में ECG फ्री होने के वावजुद ECG के लिए 350 रुपये लिया गया और यूरिन बैग लगाने के लिए 100 रुपये तथा सीटी स्कैन के लिए 900 रुपये देने पड़े है। देखा जाये तो रात्रि में अस्पताल की हालत गंभीर है। आम जनता के लिये सिर्फ नाम का सरकारी अस्पताल है यहाँ के कर्मचारियों द्वारा मरीजों के परिजन से अवैध उगाही किया जा रहा है। यहां तक कि इस अस्पताल में रात्रि के समय आवारा कुत्तों की भरमार लगी रहती है जो कि कभी भी किसी भी मरीज या परिजन को काट सकते हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देती।
जब इस बात की सूचना जिला मेडिकल प्रभारी को दी गयी तो वो सन्न रह गये और उन्के द्वारा कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला।